*रामपुर रजा लाइब्रेरी में चहारबैत का आयोजन*
एक अजीब कशिश तेरे रुखसार पर ।
बहशीपन की हद पार कर गया आदमी ,
हम सनातन वाले हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया।
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
औरत अपनी दामन का दाग मिटाते मिटाते ख़ुद मिट जाती है,
शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम।
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
यू तो गुल-ए-गुलशन में सभी,