Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
तेरी आमद में पूरी जिंदगी तवाफ करु ।
रिश्ते सालों साल चलते हैं जब तक
रात भी तन्हाई भरी काटना ऐ मेरे दोस्त,
प्रतीक्षा, प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा
परेशानी बहुत ज़्यादा है इस दुनिया में जीने में
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
मैं तुमसे यह नहीं पूछुंगा कि------------------
*प्यासी धरती को मिला, वर्षा का उपहार (कुंडलिया)*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"आशा" के दोहे '
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है,