नशा नाश की गैल हैं ।।
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
माँ भारती के वरदपुत्र: नरेन्द्र मोदी
डूबे किश्ती तो
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास!
शायरी का बादशाह हूं कलम मेरी रानी अल्फाज मेरे गुलाम है बाकी
तूं कैसे नज़र अंदाज़ कर देती हों दिखा कर जाना
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
*भारत माता को किया, किसने लहूलुहान (कुंडलिया)*
होता है हर किसी को किसी बीती बात का मलाल,
मैं सिर्फ उनके लिए लिखता हूं
तन्हाई बड़ी बातूनी होती है --
आपके मन की लालसा हर पल आपके साहसी होने का इंतजार करती है।
रेत मुट्ठी से फिसलता क्यूं है
तुम्हारे स्वप्न अपने नैन में हर पल संजोती हूँ
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बचपन में लिखते थे तो शब्द नहीं