संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान
मुस्कुरा दे ये ज़िंदगी शायद ।
#आज़ादी_का_सबक़- *(अपनी पहचान आप बनें)* 👌
यूं इश्क़ भी पढ़े लिखों से निभाया न गया,
बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा
अड़चन
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
नित जीवन के संघर्षों से जब टूट चुका हो अन्तर्मन, तब सुख के म
(कहानी) "सेवाराम" लेखक -लालबहादुर चौरसिया लाल
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
చివరికి మిగిలింది శూన్యమే
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
रमेशराज की गीतिका छंद में ग़ज़लें
शिक्षा मे भले ही पीछे हो भारत
जमीर पर पत्थर रख हर जगह हाथ जोड़े जा रहे है ।