2429.पूर्णिका
2429.पूर्णिका
🌹काश मुझको जान जाते🌹
2122 2122
काश मुझको जान जाते ।
बात मेरी मान जाते ।।
महक जाती जिंदगी भी ।
मौज सीना तान जाते।।
देख मंजिल मिलती यहाँ ।
सोच नेकी छान जाते ।।
प्रेम का बंधन दिखे ना।
चाह क्या पहचान जाते ।।
राह निराली आज खेदू ।
हर खुशी कुरबान जाते ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
9-8-2023बुधवार