2403.पूर्णिका
2403.पूर्णिका
🌷हम तुमसे नाराज नहीं है 🌷
22 22 22 22
हम तुमसे नाराज नहीं है ।
आती ये आवाज नहीं है ।।
मंजिल भी कदमों में हरदम ।
सर पर सजते ताज नहीं है ।।
गलती तो हो ही जाती यूं ।
कोई छूपे राज नहीं है ।।
साहिल साथी सच दरिया का ।
अब देख किसे नाज नहीं है ।।
जग की बात निराली खेदू ।
अपने पास अल्फाज नहीं है ।।
…………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
18-7-2023मंगलवार