2402.पूर्णिका
2402.पूर्णिका
🌷हम तुम्हारें प्यार में पागल 🌷
22 22 212 22
हम तुम्हारें प्यार में पागल।
तुम हमारे प्यार में पागल ।।
रोज गुजरता बेकरारी में
बस देखूँ दीदार में पागल ।।
जैसी कल कल यूं नदी बहती ।
देख कश्ती पतवार में पागल ।।
मौसम भी हरदम सुहाना सा।
हर कोई दिलदार में पागल ।।
खुशियों से है जिंदगी खेदू ।
सब अपने संसार में पागल ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
17-7-2023सोमवार
( हरियाली पर्व)