24/249. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/249. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 हिरदे के गोठ सुने कर 🌷
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हिरदे के गोठ सुने कर ।
कइसन हे सोच गुने कर ।।
जिनगी गाना बजाना ।
तै अपन पसंद चुने कर ।।
जोग इहां संजोग इहां ।
बस गलती देख धुने कर ।।
काड़ी कचरा बिकट रथे ।
चाले अउ रोज फुने कर ।।
खुस राहय दुनिया खेदू।
सुनता के ताग बुने कर ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
26-02-2024सोमवार