24/247. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/247. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 तोर मोर मया हवे 🌷
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तोर मोर मया हवे।
बोल कार हया हवे।।
सोच सोच सुघ्घर अपन।
देख नेक दया हवे।।
आत जात इहां उहां ।
बस परान खया हवे।।
चहकत करम डार सजन।
लगन मगन पया हवे।।
उलट फेर करय खेदू।
दांवपेंच जया हवे।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
25-02-2024रविवार