Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2024 · 1 min read

24/235. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*

24/235. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 हमर छत्तीसगढ़ महतारी🌷
22 2122 22
हमर छत्तीसगढ़ महतारी ।
सुघ्घर हवे इहां चिंहारी ।।
बहत महानदी जिनगानी।
महकत हे मया फुलवारी ।।
जांगर हमर नांगर भइया।
ताकत देख खेती बारी ।।
भाखा मीठ गुरतुर बोली ।
रहिथे दूर झूठ लबारी ।।
दीया बार खेदू रेंगे।
होथे काम सब हितकारी ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
01-02-2024गुरुवार

124 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
Rj Anand Prajapati
संत हृदय से मिले हो कभी
संत हृदय से मिले हो कभी
©️ दामिनी नारायण सिंह
पटकथा
पटकथा
Mahender Singh
जाने वो कौन सी रोटी है
जाने वो कौन सी रोटी है
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
डॉ. नामवर सिंह की आलोचना के प्रपंच
डॉ. नामवर सिंह की आलोचना के प्रपंच
कवि रमेशराज
तुम्हें पाना, तुम्हे चाहना
तुम्हें पाना, तुम्हे चाहना
हिमांशु Kulshrestha
शिक्षित लोग
शिक्षित लोग
Raju Gajbhiye
भगवत गीता जयंती
भगवत गीता जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिल टूटने का डर न किसीको भी सताता
दिल टूटने का डर न किसीको भी सताता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
अकेले हो जाते हैं न हम जैसे लोग, जिनके पास खो देने को कोई एक
अकेले हो जाते हैं न हम जैसे लोग, जिनके पास खो देने को कोई एक
पूर्वार्थ
किसी और से इश्क़ दुबारा नहीं होगा
किसी और से इश्क़ दुबारा नहीं होगा
Madhuyanka Raj
" साड़ी "
Dr. Kishan tandon kranti
मोहब्बत में जीत कहां मिलती है,
मोहब्बत में जीत कहां मिलती है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
विषय – आत्मविश्वास और आत्ममुग्धता में अंतर
विषय – आत्मविश्वास और आत्ममुग्धता में अंतर
Sonam Puneet Dubey
रातों में यूं सुनसान राहें बुला रही थी,
रातों में यूं सुनसान राहें बुला रही थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
Virendra kumar
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हर दिन के सूर्योदय में
हर दिन के सूर्योदय में
Sangeeta Beniwal
मनुष्य अंत काल में जिस जिस भी भाव को स्मरण करता हुआ शरीर त्य
मनुष्य अंत काल में जिस जिस भी भाव को स्मरण करता हुआ शरीर त्य
Shashi kala vyas
पलटूराम में भी राम है
पलटूराम में भी राम है
Sanjay ' शून्य'
4820.*पूर्णिका*
4820.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Rekha Drolia
खिले फूलों में तुम्हें ,
खिले फूलों में तुम्हें ,
रुपेश कुमार
Kèo Tài Xỉu 789 mang đến trải nghiệm giải trí hấp dẫn, nơi b
Kèo Tài Xỉu 789 mang đến trải nghiệm giải trí hấp dẫn, nơi b
keotaixiu789 com
कामुक वहशी  आजकल,
कामुक वहशी आजकल,
sushil sarna
*आया पतझड़ तो मत मानो, यह पेड़ समूचा चला गया (राधेश्यामी छंद
*आया पतझड़ तो मत मानो, यह पेड़ समूचा चला गया (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
मेरे कृष्ण की माय आपर
मेरे कृष्ण की माय आपर
Neeraj Mishra " नीर "
🙅Dont Worry🙅
🙅Dont Worry🙅
*प्रणय*
समय निकल जाएगा,
समय निकल जाएगा,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...