24/235. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/235. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 हमर छत्तीसगढ़ महतारी🌷
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हमर छत्तीसगढ़ महतारी ।
सुघ्घर हवे इहां चिंहारी ।।
बहत महानदी जिनगानी।
महकत हे मया फुलवारी ।।
जांगर हमर नांगर भइया।
ताकत देख खेती बारी ।।
भाखा मीठ गुरतुर बोली ।
रहिथे दूर झूठ लबारी ।।
दीया बार खेदू रेंगे।
होथे काम सब हितकारी ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
01-02-2024गुरुवार