24/231. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/231. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 मोर मयारु दौना🌷
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मोर मयारु दौना ।
बस खेल सगा पौना।।
महकत राहय जिनगी।
दुनिया बेटी गौना।।
तोर मया के मारे ।
मन हे आज मतौना ।।
चंदा के अंजोरी ।
बाढ़े साध बढौना।।
सुनले तेहर खेदू।
देवता संगी बौना ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
31-01-2024बुधवार