24/227. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
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24/227. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 सुनता के दीया बारे कर🌷
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सुनता के दीया बारे कर ।
जिनगी ला सबके तारे कर।।
सिरतोन बदल जाथे दुनिया।
तै कोनो ला झन मारे कर ।।
गुरतुर बोली मस्त रस घोरय।
गोहार इहां झन पारे कर ।।
नदिया नरवा हर जिनगानी ।
कारी कचरा ला झारे कर ।।
लेथे देथे पाथे खेदू।
मुंह अपन झन ओथारे कर ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
31-01-2024बुधवार