2384.पूर्णिका
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2384.पूर्णिका
❤दिल मेरा तोड़ जाओगे सोचा न था💙
22 2212 22 2212
दिल मेरा तोड़ जाओगे सोचा न था ।
मुझको रोज तड़फाओगे सोचा न था ।।
सच अपनी जान से ज्यादा समझा तुझे ।
बालम तुम मुकर जाओगे सोचा न था ।।
बादल आ बरसते चाहत रखते यहाँ ।
मुझ पर रौब बरसाओगे सोचा न था ।।
खिलती है जिंदगी यूं गुलशन की तरह ।
करके वीरान जाओगे सोचा न था ।।
करते हरदम वफा खेदू दुनिया कहाँ ।
कैसे कर सहन पाओगे सोचा न था ।।
………….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
8-7-2023शनिवार