2333.पूर्णिका
2333.पूर्णिका
🌷देकर दिल तुम मुंह ना मोड़ना🌷
22 22 212 212
देकर दिल तुम मुंह ना मोड़ना।
करके वादा सनम ना तोड़ना ।।
सीखा हमने मेहनत जिंदगी ।
पाकर मंजिल अहम ना जोड़ना ।।
दुनिया अपनी यूं मुठ्ठी में यहाँ ।
चलते चलते सफर ना छोड़ना ।।
फूलो की बगियां जहाँ महकती ।
बैठे बैठे पत्थर ना फोड़ना।।
लोग तमाशा देखते भारती ।
काँटों की है राह ना दौड़ना ।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
7-6-2023बुधवार