2326.पूर्णिका
2326.पूर्णिका
🌹बस मन में चाह हो🌹
22 2212
बस मन में चाह हो ।
सुंदर सी राह हो ।।
महके ये जिंदगी ।
फूलों सा बांह हो ।।
बगियां भी प्यार की ।
बस आज निगाह हो ।।
साथ निभा साथ तू ।
दुनिया न तबाह हो ।।
हासिल खेदू मुकां ।
हरदम वाह वाह हो ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
30-5-2023मंगलवार