2319.पूर्णिका
2319.पूर्णिका
🌹लोग यहाँ सब व्यस्त है 🌹
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लोग यहाँ सब व्यस्त है ।
अपनों में मस्त मस्त है ।।
उलझे सुलझे जीवन ।
उदित कभी जो अस्त है ।।
हल निकले तो कैसे ।
समस्याओं से पस्त है ।।
प्यार नहीं करते हम ।
आज सभी वरहस्त है ।।
छोड़ गुमां अब खेदू।
दुनिया सबकी ध्वस्त है ।।
………….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
24-5-2023बुधवार