23/82.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/82.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷ये राज बात हवे🌷
2212 22
ये राज के बात हवे।
ये काज के बात हवे।।
जिनगी इहां हाँसे।
बस आज के बात हवे।।
सच महकथे बगियां ।
ये नाज के बात हवे।।
बांटत मया सबला।
ये ताज के बात हवे।।
दुनिया कथे खेदू।
ये लाज के बात हवे।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
27-10-2023शुक्रवार