23/37.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/37.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 तोर बर मया हवे भारी 🌷
212 1212 22
तोर बर मया हवे भारी ।
संगवार मन करय चारी।।
छ्छलथे मितान नार इहां ।
देख ले हमर सुघ्घर बारी ।।
मेहनत करय बनय जिनगी ।
अपन तैं निभा वफादारी ।।
चाहथे नवा नवा दुनिया।
अंधियार पाख उजियारी ।।
सोच जौन तौन कर खेदू ।
करत रथन काम सरकारी ।।
…….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
19-10-2023गुरुवार