23/34.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/34.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 इहां हियाव कोन करही 🌷
1212 1212 2
इहां हियाव कोन करही ।
हमर नियाव कोन करही ।।
अलकरहा हवे समे जी ।
सुघ्घर बर्ताव कोन करही ।।
नई बताय गलत ला सब ।
सरल सुभाव कोन करही ।।
बतात बात ला जमाना।
बनेच शहर गांव कोन करही ।।
जनम धरे अइसन खेदू।
अपन लगाव कोन करही ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
18-10-2023बुधवार