23/185.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/185.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 कोनो मर जाथे
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कोनो मर जाथे।
कोनो तर जाथे।।
मिलथे सुघ्घर खुसी।
कोनो भर जाथे।।
बिरहन का काकर।
कोनो हर जाथे।।
दुनिया हे जिनगी।
कोनो कर जाथे।।
फुलथे खेदू कुछु ।
कोनो फर जाथे।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
11-12-2023 सोमवार