23/142.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/142.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 तोर मन मा का हे बता मोला🌷
2122 2212 22
तोर मन मा का हे बता मोला।
बात हिरदे के तै बता मोला।।
सुघ्घर दुनिया बनही इहां संगी।
सोच का जिनगी बर बता मोला।।
गीत गावत नाचत सुआ मइना।
बजत बाजा काबर बता मोला।।
रूख राई हरियर हवे हरियर ।
ठूड़गा हे कइसन बता मोला।।
हाँसत रथे दिनरात अब खेदू।
कब लगाबे जांगर बता मोला।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
15-11-2023बुधवार