2298.पूर्णिका
2298.पूर्णिका
🌹बगिया की महक हो तुम🌹
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बगिया की महक हो तुम ।
अरमाँ की चहक हो तुम ।।
पा ली जिंदगी अपनी ।
माथों की चमक हो तुम ।।
दुनिया प्यार से कहती ।
प्रतिभा की धमक हो तुम।।
हरदम साथ साथ चले ।
जीने की ललक हो तुम ।।
दिल में राज कर खेदू ।
आंखों की कसक हो तुम।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
10-5-2023बुधवार