2281.पूर्णिका
2281.पूर्णिका
🌷नहीं बदले तो क्या हुआ 🌷
नहीं बदले तो क्या हुआ ।
नहीं सुधरे तो क्या हुआ ।।
कहानी कहते अजब ही ।
नहीं समझे तो क्या हुआ ।।
कश्ती अपनी साहिल जहाँ ।
नहीं जाने तो क्या हुआ ।।
अजीब लगे अब जिंदगी ।
नहीं माने तो क्या हुआ ।।
नई दुनिया खेदू रचे ।।
नहीं जागे तो क्या हुआ ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
29-4-2023शनिवार