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4 Jul 2024 · 1 min read

2122 2122 2122 212

2122 2122 2122 212
रौशनी की भीड़ में हर शख़्स आता है नज़र,
ये अँधेरे कह रहे हैं , गुम हुई परछाईयाँ ।
✍️ नील रूहानी..

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