2122 2122 2122 212
2122 2122 2122 212
रौशनी की भीड़ में हर शख़्स आता है नज़र,
ये अँधेरे कह रहे हैं , गुम हुई परछाईयाँ ।
✍️ नील रूहानी..
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रौशनी की भीड़ में हर शख़्स आता है नज़र,
ये अँधेरे कह रहे हैं , गुम हुई परछाईयाँ ।
✍️ नील रूहानी..