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9 Apr 2023 · 1 min read

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बाजार में हिला नहीं
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तू भी क्या चीज है कि नाम का गिला नहीं,
शोहरत की दौड़ में थे सब तू हिला नहीं।

नफासत के पीछे कुछ विरासत के पीछे ,
कुछ रोजी और रोटी सियासत के पीछे।

एक तू है कि नाम ना काम की फिकर है,
बदनाम भी है पूरा फिर भी बेफिकर है?

रियासत की दौड़ में थे सब तू मिला नहीं,
माजरा ये क्या है बाजार में हिला नहीं?
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अजय अमिताभ सुमन
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