15)”शिक्षक”
रोशन कर दें सारा जहान..
चाहे कहो शिक्षक यां कहो विद्वान।
प्रत्येक मार्ग का करते कल्याण संग रहता सुदृढ़ ज्ञान।
नहीं होते साधारण शिक्षक…
निर्माण का होते कारक शिक्षक।
सामाजिक कुशलता का विकास करते,
स्वच्छ समाज का सृजन करते शिक्षक।
ज्योति विद्या की जला कर,
शिष्यों का कल्याण करते शिक्षक।
क्षमा याचना का भाव सिखाकर,
कामयाबी के मुक़ाम तक,पहुँचाते शिक्षक।
कला वं विज्ञान भी शिक्षक,
हर विषय की पहचान शिक्षक।
धरती पर भेजा दूत है शिक्षक,
राष्ट्र को वास्तविक विकास वं वृद्दि की ओर ले जाते शिक्षक।
मात-पिता पहले शिक्षक,चलना बोलना सिखाते हैं।
स्कूल की दहलीज़ पर चढ़ कर,
अध्यापक गुरु शिक्षक,शिक्षा पाठ पढ़ाते हैं॥
“मान शिक्षक,अभिमान शिक्षक,हमारी पहचान हैं शिक्षक”
✍🏻स्व-रचित/मौलिक
सपना अरोरा ।