…
हर दर्द लाज़वाब है तेरा दिया हुआ
मेरे दुश्मनों के संग है तू भी मिला हुआ
दुश्मन तो घर को आग लगाते रहे मगर
घी डालने के वक़्त तू भी खड़ा हुआ
हर दर्द लाज़वाब है तेरा दिया हुआ
मेरे दुश्मनों के संग है तू भी मिला हुआ
दुश्मन तो घर को आग लगाते रहे मगर
घी डालने के वक़्त तू भी खड़ा हुआ