…
यह टोपी ज़ालीदार पहन इफ़्तार की दावत खाते हैं,
टुकड़े टुकड़े गैंग से मिल नफ़रत की आग लगाते हैं
जो कारसेवकों पर गोली चलवाने का आदेश दिए
वह मंचो से चिल्लाकर खुद को रामभक्त बतलाते हैं,
यह टोपी ज़ालीदार पहन इफ़्तार की दावत खाते हैं,
टुकड़े टुकड़े गैंग से मिल नफ़रत की आग लगाते हैं
जो कारसेवकों पर गोली चलवाने का आदेश दिए
वह मंचो से चिल्लाकर खुद को रामभक्त बतलाते हैं,