13. *फरेबी दुनिया*
इस फरेबी दुनिया में…
मुझे दुनियादारी नही आती।
झूठ को सच साबित करने की…
मुझे कलाकारी नही आती।
सिर्फ मेरा ही हो सदा भला….
मुझे वो समझदारी नही आती।
जुबां पे मिठास, दिल में कटुता…
मुझे ऐसी चालाकी नहीं आती।
सिर्फ मेरा ही हो फायदा…
ऐसी दुकानदारी नहीं आती।
शायद मैं इसलिए पीछे हूँ…
मुझे कोई होशियारी नही आती।
बेशक लोग ना समझे मेरी वफादारी…
पर मुझे गद्दारी नही आती।
बना ले मुकाम सबके दिलों में…
“मधु” दोबारा ये जिंदगी नहीं आती।।