13 अधूरा
अधूरा
कुछ भी अधूरा कहाँ रहता है
सोचो तो अधूरा सारा जहां रहता है ,
खर्च कर दो फिजूल तो दिन अधूरा
लम्हे संजोने का अपना मज़ा रहता है ,
खुद को खोने से अच्छा खुद में खो जाना
जो अपना हो दिल में सदा रहता है,
शिकायत क्यूँ धूप ,सर्दी और बारिशों से
कभी कभी मौसम भी थका रहता है
घटता है बढ़ता है अधूरा नहीं कहते
वो सुन्दर चांद पूरा सदा रहता है
– क्षमा उर्मिला