1102 तेरी आदत हो गयी है मुझे
तेरी आदत से मजबूर मैं।
हो नहीं सकता तुझसे दूर मैं।।
साँस बिन तेरे लेना है मुश्किल।
बिन तेरे कहाँ धड़कता है ये दिल।।
तू ही मेरा सुकून, तू ही मेरा ऐतबार।
तुम्हारे बिना मुझे, ना चैन, ना करार।।
धड़कनों में तुम मेरे समाए हो इस कदर।
तेरे सिवा मुझे किसी की नहीं खबर।।
तेरे बिना जी ना पाऊं,मैं एक भी पल।
बिन तेरे अब जीना है मुश्किल।।