Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

11- भारत का तिरंगा झंडा

भारत का तिरंगा झण्डा

भारतीय झण्डे की शान निराली है।

सदा ही रहा है ऊँचा देश भाग्यशाली है।।

गेरूवां सफेद हरे रंग की है महिमा |

मध्य में बना जो चक्र उसकी है गरिमा ।।

सफेद रंग शान्ति गेरूवां वीरता का द्योतक ।

रंग हरा हरित और हरियाली का पोषक ।।

बीच बने चक्र को केवल चक्र नहीं सोचना।

कृष्ण के सुदर्शन चक्र की करो इसमें कल्पना ।।

भारत का तिरंगा बहुत ही प्यारा है।

हर पताका गौण मेरा झण्डा सबसे प्यारा है।।

कवियों ने लिखे गीत झण्डे की शान पर।

वीरों ने न्यौछावर किये प्राण इसकी आन पर ।।

हाथ में तिरंगा ले गायें वीर जब तराने ।

वीर गाथा लिखी जाती शत्रु को हराने ।।

क्रीड़ा हो या युद्ध सब झण्डे के नाम से।

जय जयकार विजय की होती स्वाभिमान से ।।

तिरंगा है झण्डा मेरा जिस पर सबको गर्व है।

फहराते पताका मनता स्वतन्त्रता का पर्व है।

“दयानंद”

Language: Hindi
93 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-97💐
💐प्रेम कौतुक-97💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिल में मदद
दिल में मदद
Dr fauzia Naseem shad
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
#बैठे_ठाले
#बैठे_ठाले
*Author प्रणय प्रभात*
गिव मी सम सन शाइन
गिव मी सम सन शाइन
Shekhar Chandra Mitra
न जाने कहा‌ँ दोस्तों की महफीले‌ं खो गई ।
न जाने कहा‌ँ दोस्तों की महफीले‌ं खो गई ।
Yogendra Chaturwedi
अब कलम से न लिखा जाएगा इस दौर का हाल
अब कलम से न लिखा जाएगा इस दौर का हाल
Atul Mishra
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…
Anand Kumar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हमसे तुम वजनदार हो तो क्या हुआ,
हमसे तुम वजनदार हो तो क्या हुआ,
Umender kumar
23/08.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/08.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
परतंत्रता की नारी
परतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Just try
Just try
पूर्वार्थ
13) “धूम्रपान-तम्बाकू निषेध”
13) “धूम्रपान-तम्बाकू निषेध”
Sapna Arora
आखिरी अल्फाजों में कहा था उसने बहुत मिलेंगें तेरे जैसे
आखिरी अल्फाजों में कहा था उसने बहुत मिलेंगें तेरे जैसे
शिव प्रताप लोधी
बढ़ती हुई समझ,
बढ़ती हुई समझ,
Shubham Pandey (S P)
*झूठा यह संसार समूचा, झूठी है सब माया (वैराग्य गीत)*
*झूठा यह संसार समूचा, झूठी है सब माया (वैराग्य गीत)*
Ravi Prakash
तुम      चुप    रहो    तो  मैं  कुछ  बोलूँ
तुम चुप रहो तो मैं कुछ बोलूँ
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
🚩 वैराग्य
🚩 वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
जितना खुश होते है
जितना खुश होते है
Vishal babu (vishu)
सुखम् दुखम
सुखम् दुखम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ऐ ज़िंदगी।
ऐ ज़िंदगी।
Taj Mohammad
आधुनिक युग में हम सभी जानते हैं।
आधुनिक युग में हम सभी जानते हैं।
Neeraj Agarwal
दिन ढले तो ढले
दिन ढले तो ढले
Dr.Pratibha Prakash
नेता बनाम नेताजी(व्यंग्य)
नेता बनाम नेताजी(व्यंग्य)
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
उत्तर प्रदेश प्रतिनिधि
उत्तर प्रदेश प्रतिनिधि
Harminder Kaur
"चलना और रुकना"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
मौन संवाद
मौन संवाद
Ramswaroop Dinkar
रास्ते फूँक -फूँककर चलता  है
रास्ते फूँक -फूँककर चलता है
Anil Mishra Prahari
Loading...