1053 झूमती हवा
हो जाता है मन बावरा।
पी को ,इस बात का,
ऐ हवा , तू दे पता।
झूमती है जब हवा।
धड़कता है दिल मेरा।
कैसे संभालू धड़कन को,
तू ये जरा मुझे बता ।
खिलखिलाती शाम है।
मस्त झूमती है हवा।
फिर भी मैं चुपचाप हूँ।
ये पी को बता के आ।
मैं भी चाहूँ झूमना।
जब झूमती है यह हवा।
क्या करूँ मैं अब सजन,
तू ही यह मुझको बता।
चाहता है दिल मेरा।
संग झूमूँ इस हवा के।
भूल कर अपना पता।
साथ तू भी हो मेरे,
हाथों में फिर हाथ डाल।
महक रहा हो समां।
महक रही हो हवा।
पूरे हो सपने मेरे।
रहूँ में तेरे आस-पास।
जब हो ये बहकी हवा।
भूल जाऊँ खुद को मैं ।
भूल जाए खुद को तू ।
ना फिक्र हो फिर होश का।
खो जाएं एक दूसरे में हम,
भूल कर अपना पता
और हो जाएं फिर ,
एक दूसरे पर फिदा।