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9 Jun 2022 · 9 min read

*1 – पिया कि मेंहदी

*1फिल्म – पिया की मेंहदी। 9515651283
स्क्रिप्ट रौशन राय का। ‌ 7859042461
तारीख – 29 -05 -2022

शायर
1.कहते हैं इश्क ख़ुदा, इश्क इवादत, इश्क ही सारा जहान है
लुट गए जिस इश्क हम {लोगों} वो इश्क ही तो मेरा पहचान है

2. उतरी ना मेंहदी का रंग मेरे हाथों से, और साथ उनका साथ छुट गया
कितनी बदनसीब तु हैं री मेंहदी,{ मुकद्दर} ने बसने से पहले घर लूट लिया

कहानी शुरू

एक मिडियम कलास का परिवार है जिसमें हर कोई अपनी मर्यादा को जानता है कोई किसीके के बातों को सुनकर नाराज नही होता सबको सबसे बहुत प्यार मोहब्बत है सब सबके दिल में रहता और रहती है
सुबह का समय है सब अपने अपने नित क्रिया में लगा हुआ है
कोई दातुन से मुंह धो रहा है तो कोई ब्रश से कोई स्नान कर रहा है तो कोई काॅलेज जाने की तैयारी

शबाना सो के उठी रहती हैं और अपने सुबह के नित क्रिया के बाद थोड़ा आईना के पास बाल को कंघी कर रही है कि

शमशेर खान – अपने बीवी के पास जाकर अजी बेगम साहिबा आप क्या कर रहीं हैं

शबाना बीवी – मेरे हमनशी हमसफ़र मैं जो कर रही हूं शायद आप देख रहे हैं । फिर भी यदि आप कुछ कहना चाहते हैं तों आप कह सकते हैं

शमशेर खान – मैं आपको क्या कहना चाहता हूं शायद ये आप भी जानती है

शबाना बीवी – हां मेरे सरताज आपको चय कि तलब लग गया हैं मैं अभी चय लेकर आपके खिदमत में पेश होती हूं

दोनों मियां बीवी में वैसे ही मस्का लगा कर बात हो रहा है कि उसी समय बेटी जरीना का एंट्री हो गया

जरीना – आहा क्या बात है अब्बा जान आप हर सुबह अम्मी जान को बड़ा मस्का लगा कर ही चय मांगते

शमशेर खान – अरे बेटा तेरे अम्मी को मस्का नहीं लगाऊंगा तों….
शबाना बीवी – तो… तों क्या

जरीना – अम्मी आप और अब्बा में बहुत प्यार है और कितनी सुंदर आपका ये प्यारा गुलिस्तां हैं

तभी युनूस का एंट्री होता है और वो कहता है जरीना और हम तुम इस गुलिस्तां के दो कली हैं

दोनों बच्चों के सर पर हाथ फेरते हुए कहा शमशेर खान बोले – हां मेरे बच्चों अल्लाह ताला से अब यही दुआ हैं कि तुम दोनों भाई बहन का जीवन का सफ़र खुशीहाली में बितें

शबाना मां – दुनिया नापाक इरादों का बाजार हो गया है एक एक कदम बड़े सोच समझकर बाहर रखना पड़ता है थोड़ा का भी अनदेखी हुई तों समझो जीवन ही बर्बाद हो जाता है

शमशेर खान – इसलिए मेरे बच्चों हर वक्त सम्भल कर रहना

दोनों बच्चों ने अपने अब्बा के बातों को हां में स्वीकार किया

शमशेर खान – अजी बेगम साहिबा आपका चय कहा है

शबाना बीवी – अभी लाती हूं बनाकर वो चय बनाने चली जाती हैं

शमशेर खान – अपने बेटे युनूस खान से युनुस मियां आज कल आप क्या कर रहे हैं। आपका पढ़ाई तो खत्म हो गया है

युनूस खान – हां अब्बा जान पढ़ाई तो खत्म हो गया है पर

शमशेर खान – पर क्या बेटा

युनूस – अब्बा जान अभी मैं कुछ दिन फ्री रहना चाहता हूं

शमशेर खान – युनूस मियां आपके मन में कोई बात है तों हमें बेहिचक आप कह सकते हैं

युनुस खान – नहीं अब्बा जान हमारे मन में ऐसे कोई बात नही तो

शमशेर खान – बेटे प्यार मोहब्बत वाले बात तो नहीं है न

युनुस खान – नहीं अब्बा जान ऐसा कोई बात नहीं है

शमशेर खान – हां बेटा जैसे आप अपने बहन से और मैं अपने बेटी से बहुत प्यार करते हैं और आपकी बहन आपका शान है वैसे सबका हो सकता है जिस तरह से आप अपने शान में दाग लगने देना नहीं चाहते वैसे ही सबका शान जान से ज्यादा प्यारा होता है किसीके शान और दामन पर हमारे वजह से दाग नहीं लगना चाहिए जैसे आपकी बहन बेटी हैं वैसे सबका होता है

युनुस खान- हां अब्बा जान मैं इस बात को बखूबी समझता हूं ऐसा कोई बात नहीं है

शमशेर खान – और होना भी नहीं चाहिए

जरीना – वोहो अब्बा जान भाई जान अभी आपके काम में हाथ नहीं बटाना चाहते

युनूस खान – नहीं जरीना ऐसा बात नहीं है

शमशेर खान – अच्छा मेरी प्यारी गुड़िया क्या कर रहीं हैं आज कल और आप कौन सी ईयर में है

जरीना – अबू मेरी पढ़ाई ठीक चल रही हैं और मैं बी ए के सकेंड ईयर में हूं

शमशेर खान – बेटी तुम काॅलेज जाना बंद कर दो एक ही बार इम्तिहान के समय में जाना वो भी हमारे साथ या अपने भाई युनूस के साथ

तब तक शबाना चय लेकर आती है सब लोग चय पिते है

शबाना बीवी – आप क्या कह रहे थे जरीना को काॅलेज नहीं जाने के लिए

शमशेर खान – हां

शबाना बीवी – हमें हमारे बच्चों पर पुरा भरोसा है आप बच्चों का फ्रीडम न छीने

शमशेर खान – नहीं बेगम मैं बच्चों का फ्रीडम नहीं छीन रहा हूं मुझे इस समय और अभी के माहौल से डर लगता हैं

जरीना – don’t very my did आपके बेटी का कोई कुछ नही कर सकता
सब मिलकर शमशेर खान को समझाया और अपने अपने कामों में लग गया

जरीना – अम्मी अब्बू मैं काॅलेज जा रही हूं भाई जान के साथ
युनूस खान – अरे जरीना कभी कभी तुम अपने भाई को भी पुकार लिया कर की भाई जान मैं काॅलेज जा रही हूं

जरीना – क्यों नहीं अभी पुकारती हूं भाई जान आप हमें काॅलेज पर छोड़कर आइए

युनूस खान – अच्छा तो मैं तेरा ड्राइवर हूं

जरीना – नहीं आप मेरे भाई हैं वो भाई जो अपने बहन के छाया है
दोनों भाई बहन का प्यार देख दोनों मियां बीवी शमशेर खान और शबाना फुलें न समाती

युनुस मोटरसाइकिल स्टार्ट कर जरीना को काॅलेज लेकर जाता है और अपना मोबाइल देते हुए कहता है कोई दिक्कत हो तो मुझे काॅल करना मैं तुरंत जा जाऊंगा

जरीना – यदि किसी का फोन आया तो

युनुस खान – किसीका फोन नहीं आएगा अगर आएगा तो अम्मी अब्बू और मेरा

जरीना – ठीक है कहके मोबाइल लेकर काॅलेज में प्रवेश कर गई

युनूस खान अपने बहन को काॅलेज पर छोड़कर वापस हो जाता है

और जब छुट्टी का समय होता है तो शबाना मां कहती हैं बेटा जा अपने बहन जरीना को काॅलेज से ले आ

युनूस खान – जी अम्मी जान अभी जा रहा हूं

काॅलेज में छुट्टी हो गई जरीना काॅलेज गेट से बाहर निकली तो अपने भाई को नहीं देखी तों सोची भाई आतें तों जरुर होंगे पर जब तक वो नहीं आते हैं तब तक मैं ही कुछ दुर चलकर देखती हूं

युनूस खान जैसे घर से मोटरसाइकिल से कुछ दुर पर आता है अचानक मोटरसाइकिल का पिछला चक्का बड़ी जोर से आवाज करता है और उसका टियूब टायर फाड़कर बाहर आ जाता है मोटरसाइकिल पेंचड़ हो जाता है और कही पर नजदिक पास में मोटरसाइकिल बनाने का दुकान भी नहीं था और काॅलेज दुर था तभी युनूस खान ने वही से घुम कर मोटरसाइकिल खिंच कर अपने घर लें गया और अम्मी के फोन से फोन कर दिया कि जरीना तुम ओटो या टेक्सी करके घर जा जाओ

जरीना ने फोन रिसीव करके हां बोली

युनूस खान – और कोई दिक्कत है मेरी बहन को

जरीना – नहीं भाई जान आपके बहन को और कोई दिक्कत नहीं है आपकी बहन घर आ रही है।

कुछ दुर चलने के बाद भी कोई टेक्सी और ओटो नहीं मिला तो जरीना अपने घर के लिए चलती रही
कुछ दुर चलने पर रास्ता के किनारे पांच सात मनचले नशा कर रहा रहा था कि एक ने कहा अरे इधर देखो हमारे शराब के साथ शबाब का इंतजाम खुद ही हो गया
दुसरा बोला धीरे बोल उसको नजदीक आने दें

और जैसे जरीना नजदीक आई कि एक कहता है क्यों चमक छल्लों इधर क्या करने आई हों

जरीना – अपने जवान पर लगाम लगाकर बोलो वैसे तुम मुझसे बात क्यों करोगे

दुसरा – हां रे भाई तुम सब इसको छमक छल्लों नहीं कहो सिर्फ मैं छिपकली बुलाऊंगा

जारीना – छिपकली तेरी बहन होगी और तेरी मां जो अपने रंग बदल कर ऐसा आवारा को जन्म दिया

तिसरा – अब जब रानी तुम ने हम सबको आवारा कहीं दिया तो आवारा पन दिखाना हमारा फर्ज हैं न

चौथा हाथ फैलाकर जरीना के सामने खड़ा हो गया और ‌बाकी सबके सब गटागट शराब पी गया बीना पानी के और जरीना को कांधे पर उठा कर मुंह दबाकर थोड़े दुर जंगल में लें गया और बारी बारी से सातो ने जरीना का बालात्कार कर अधमरा करके छोड़ दिया और सबके सब वहां से भाग निकला

जरीना को इतना पीड़ा था कि वो वहां से उठकर बैठ भी नहीं सकतीं थीं

उधर घर पर सब परेशान हैं

शमशेर खान अपने बेटे को कहा तुम्हें तभी ओटो या टेक्सी करके चलें जाना चाहिए था
जाओ अभी भी जाकर देखो कहा है जरीना

युनूस खान फटाफट ओटो लिया और उसके कालेज तक आया पर कही जरीना नजर नहीं आई अब तो युनूस खान का हालत खड़ाब हो गया कि अम्मी अब्बू को क्या कहेंगे युनूस खान फिर भी घर पहुंचा

और पुछा कि जरीना आई कि नहीं

शबाना मां – नहीं बेटा जरीना अभी भी नहीं आई है

अब हीरों कि इंट्री होता है

सलीम {हीरों} अपने अध परानी साइकिल पर सवार होकर सोच रहा है कि आज बहुत दिनों से काॅलेज के तरफ नहीं गए हैं आज काॅलेज के तरफ ही घुमने जाते हैं और उसी काॅलेज के तरफ चल दिया
जब काॅलेज कुछ दुर रह गया तो उसे पेशाब लगा और वो पेशाब करने अपने साईकिल से उतर कर पेशाब करने के लिए पेंट का जीप खोला और पेशाब करने लगा और आंख बंद करके पेशाब किये जा रहा था

तभी उसके कानों में किसी के कहराने का आवाज आया और वो आंख खोला तो कुछ दुर पर देखा कि घास हिल रहा है और आवाज भी वही से आ रहा

सलीम अपने पेंट का जीप बंद करके उस हिलते हुए घास के पास पहुंचा तों देखा एक लड़की का बुरा हाल है शायद इसका किसीने बालात्कार कर दिया है वो कुछ सोचा न समझा लड़की को अपने कंधे पर उठा लिया और अपने साईकिल पर सवार होकर हाॅस्पिटल के ओर चल दिया एक हाथ से साईकिल का हैंडल दुसरे हाथ से अपने कंधे पर लिए लड़की को पकड़े बाप बाप करके साईकिल में पैंडल मारकर हांफ रहा था और जरीना के गुप्त अंग जो फट गया था उससे खुन अब भी बह रहा था जिससे सलीम {हीरों} का शर्ट और पेंट भींग गया और सलीम जरीना को हाॅस्पिटल पहुंचाया और डाक्टर से रिक्वेस्ट किया तों डाक्टर ने जरीना का इलाज शुरू किया और कुत्ते से भी अधिक सलीम हाफ रहा है कुछ देर के बाद जरीना को होश आया

जब जरीना को होश आया तो डाक्टर ने सलीम को बुलाया और कहा कि पेसेंट से बात कर सकते हो

जब सलीम गया जरीना से बात करने और सब कुछ पुछा तों

जरीना ने अपने घर का पता दिया और सलीम अपने साईकिल से जरीना के घर पहुंचा और सारा बात उसके अम्मी अब्बू को कह सुनाया

दोनों मियां बीवी रोते हुए हाॅस्पिटल पहुंचा और डाक्टर से पुछा

शबाना मां – डाक्टर साहब मेरी बेटी कैसी है

डाक्टर – अभी तो आपकी बेटी पुरी तरह ठीक नही है लेकिन आप उससे बातें कर सकते हैं

दोनों मियां बीवी भागते हुए अपने बेटी के पास पहुंची तो देखी की जरीना आंख बंद कि हैं और उसके आंखों से आंसू बह रहा है

शमशेर खान – बेटी

जरीना आंख खोली और बहुत रोने लगी

तब तक भाई युनुस भी हाॅस्पिटल पहुंच गया उसे किसी मोहल्ले वाले ने कहा कि अरे तुम्हारे बहन का रेप हो गया वो …हाॅस्पिटल में भर्ती है उसे कोई लड़का ही भरती करवा हैं

डाक्टर ने कहा इसके शरीर के साथ बहुत बुरा सलूक किया गया है इसे ठीक होने में एक महीना तक लग सकता है दो दिन हाॅस्पिटल में रखने के बाद डाक्टर ने उसे घर पर आराम करने कि सलाह दी

जरीना के अम्मी अब्बू और भाई उसे हाॅस्पिटल से ले आया

अब गांव मोहल्ले वाले तरह-तरह के ताने मार रहा था

एक मोहल्ले वाले – अरे देखो ये उसके लड़की के साथ क्या हो गया

दुसरे मोहल्ले वाले – उसे बहुत नाज़ था अपने बेटी बेटे पर

तिसरे मोहल्ले वाले अब कौन करेगा उसके बेटी से शादी

चौथा मुहल्ले वाले – अब तो सारी उम्र अपने बाप भाई के सर का बोझा बनकर रहेगी

जरीना घर आ गई और सलीम का आना जाना जरीना के घर से शुरू हो गया

शमशेर सब परिवार वालों बैठे थे और शमशेर गुस्सा से लाल होकर कह रहे थे कि हमने मना किया था काॅलेज नहीं जाने के लिए लेकिन उल्टा मुझे समझाकर चुप कर दिया

युनूस खान – अब्बा सबका बेटी पढ़ने घर के बाहर ही जाती है और सब आप जैसे सोच लें तो फिर क्या होगा एक भी बहन बेटी पढ़ नहीं पाएगी

शमशेर – अब तुम्हारे बहन से शादी कौन करेगा तुने मोहल्ले वाले का बात सुना है कि वो लोग क्या क्या बोलता है

युनुस खान – हां मुझे पता है वो सब ऐसे इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि उसके घर में ये बरदात नहीं हुआ है

Language: Hindi
100 Views
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