??आप ही ख़ास हो इस जमाने में??
??आप ही ख़ास हो इस जमाने में??
करने को तो लोगो को कई काम है इस जमाने में,,
पर कुछ लोग लगे है सदा दुसरो को नीचा दिखाने में,,
एक तेरी बात ही अलग है सबसे मेरी नजर,,
नजर झुकी रहती है तुझे नजरो में छिपाने में।।
बात बात में हमेशा ऐसे न उतावले बनो मेरे प्यारो,,
कुछ काम अच्छे बन जाते थोड़ा सा सब्र खाने में।।
माना कि चांद हो तुम गगन के और चाँदनी तुम्हारी है,,
पर आसमां की शान बनती है तारो के टिमटिमाने में।।
हम तो नाज करते नहीं थकते काबलियतो पे साब की,,
वो अरसे से लगे है हमारी हरएक से खामियां गिनाने में।।
जर्रे जर्रे से तेरी इतनी तारीफ कर चुके हम तो सनम,,
अब तो सदिया बीत जायेंगी तेरी गलतियां भुलाने में।।
मनु मन तो आपका दीवाना है अभी और सर्वदा के लिये,,
शायद कुछ ज्यादा ही वक़्त लगेगा आपको समझाने में।।
??सरस्वती साहित्य परिषद
✍✍मानक लाल मनु