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30 Apr 2022 · 1 min read

💐💐सत्यस्य उपार्जनं💐💐

सत्यं उपार्जनं-उत्तमेषु उत्तमा: गुणानां संग्रह:।संसारस्य प्रत्येक: प्राणी- केनचित् सदगुणै: सम्पन्न:।यदि गुणाणि आप्स्यन्ति।दोषान् दृक्ष्यन्ति तु दोषान् आप्स्यन्ति।संसारस्य प्राणीषु दोषा: दर्शका: दोषानां सागर: भवन्ति।
यस्य जीवनं सुन्दरं शुभ:-यैव वास्तविक: सुन्दरं।परं यस्य केवलं वार्ता: सुन्दरं जीवनं कलुषित: सः पूर्णतया ‘कलंकी’इति।यस्य सुन्दरवार्ता: तथैव,यथैव विषेन पूरितः घटस्य उपरि दुग्ध: मलेन पूरितः द्यून: घट:।

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=Cicero

Language: Sanskrit
Tag: Quotation
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