👌स्वयंभू सर्वशक्तिमान👌
डॉ अरुण कुमार शास्त्री 💐एक अबोध बालक💐 अरुण अतृप्त
👌 स्वयंभू सर्वशक्तिमान👌
💐एक अबोध बालक💐
तुम आशाओं का संसार रचो
मैं कृपा बिखेरुगा पल पल
तुम बनो प्रेरणा इस जग की
मैं तुमको हितकारी फल दूंगा
तुम जब जब कोमल हृदय से
नीर बहाओगे , आहत मन से
मैं हिय में तेरे अपना घर कर लूंगा
होकर कठोर विखंडित पीड़ा जब
तुमको खंड खंड कर बिखराने लगे
निज को बिसरा कर तु
मुझ में ही खो जाना
न करना कोई शिकायत
इस जग से
सब कुछ निश्छल मन से
तू सौंप मुझे देना
मैं धीर बनूँगा तेरी
तू भगवत सा हो जाना
शिव शक्ति के प्रति समर्पित
होते जो भी जन
मैं स्वयं साधता उनको
हर पल हर छिन
तुम आशाओं का संसार रचो
मैं कृपा बिखेरुगा पल पल
तुम बनो प्रेरणा इस जग की
मैं तुमको हितकारी फल दूंगा