*?आँखों में?*
?आँखों में?
डुबाले मुझे तेरी इन झील सी आँखो में,,
गहराई नजर आती सागर सी आँखों में,,
जमाने का गम खो जायेगा यकीन है,,
तू छुपा ले मुझे इन काली सी आँखों में,,
सुरूर नजर आता है जिंदगी का मुझे,,
तू बसा ले मुझे इन शहर सी आँखों में,,
बहुत वीरान है दिल बसाहट का नगर,,
तू बन रहगुज़र इन लाल सी आँखों में,,
वक़्त का ये दौर भी गज़ब का दौर है,,
मनु का शुकुन इन गजल सी आंखों में,,
मानक लाल मनु