Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2019 · 1 min read

【5】 तितली रानी

{1} रंग बिरंगे पंखों वाली
तितली रानी है मतवाली
नए – नए फूलों पर जाकर
फूलों का रस करते खाली
★ ★ ★ ★ ★ ★
{2} तितली उड़ती यहाँ वहाँ पर
घूम रही वह डाली – डाली
बगिया महक रही फूलों से
फूल तोड़ता वन का माली
★ ★ ★ ★ ★ ★
{3} तितली घूर घूर कर देखे
क्यों करता बगिया को खाली
बगिया सुंदर है फूलों से
खुशबू फैली अजब निराली
★ ★ ★ ★ ★ ★
{4} हरी घास और कलियों से ही
बगिया में रहती है लाली
घूम – घूम अब तितली थक गई
बजा रही आराम की ताली
Arise DGRJ { Khaimsingh Saini }
M.A, B.Ed from University of Rajasthan
Mob. 9266034599

2 Likes · 399 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शायरी - गुल सा तू तेरा साथ ख़ुशबू सा - संदीप ठाकुर
शायरी - गुल सा तू तेरा साथ ख़ुशबू सा - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
VINOD CHAUHAN
खेल
खेल
Sushil chauhan
निष्कर्ष
निष्कर्ष
Dr. Kishan tandon kranti
2905.*पूर्णिका*
2905.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*राष्ट्रभाषा हिंदी और देशज शब्द*
*राष्ट्रभाषा हिंदी और देशज शब्द*
Subhash Singhai
#पैरोडी-
#पैरोडी-
*प्रणय प्रभात*
दो पंक्तियां
दो पंक्तियां
Vivek saswat Shukla
कहा किसी ने
कहा किसी ने
Surinder blackpen
यह कलियुग है यहां हम जो भी करते हैं
यह कलियुग है यहां हम जो भी करते हैं
Sonam Puneet Dubey
आखिर क्यों
आखिर क्यों
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#Motivational quote
#Motivational quote
Jitendra kumar
कलयुगी संसार
कलयुगी संसार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
कवि रमेशराज
हमें ना शिकायत है आप सभी से,
हमें ना शिकायत है आप सभी से,
Dr. Man Mohan Krishna
अपने ज्ञान को दबा कर पैसा कमाना नौकरी कहलाता है!
अपने ज्ञान को दबा कर पैसा कमाना नौकरी कहलाता है!
Suraj kushwaha
अंतिम इच्छा
अंतिम इच्छा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वनमाली
वनमाली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
शक्ति राव मणि
Sad shayri
Sad shayri
Surya Barman
वो कविताचोर है
वो कविताचोर है
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
मीठा गान
मीठा गान
rekha mohan
If We Are Out Of Any Connecting Language.
If We Are Out Of Any Connecting Language.
Manisha Manjari
सलीका शब्दों में नहीं
सलीका शब्दों में नहीं
उमेश बैरवा
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
Rajendra Kushwaha
परमूल्यांकन की न हो
परमूल्यांकन की न हो
Dr fauzia Naseem shad
जिसनें जैसा चाहा वैसा अफसाना बना दिया
जिसनें जैसा चाहा वैसा अफसाना बना दिया
Sonu sugandh
सब लोगो के लिए दिन में 24 घण्टे ही होते है
सब लोगो के लिए दिन में 24 घण्टे ही होते है
पूर्वार्थ
पिता
पिता
Swami Ganganiya
नशा नाश की गैल हैं ।।
नशा नाश की गैल हैं ।।
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
Loading...