【2】 *~* उसका प्यार *~*
किसी के प्यार में – मैं, कितना टूटा हूँ बताऊँ क्या
किसी के प्यार ने – मैं कितना लूटा हूंँ बताऊँ क्या
किसी के प्यार ………….
{1} उसकी महफ़िल सजी थी, और मेरे आँसू बहते थे
तड़पते दिल में हाले दर्द के, वो ज़ख्म गहरे थे
मेरे सपनों का टूटा ताज़, में बिखरा हूँ बताऊँ क्या
किसी के प्यार…………
{2} याद आती है वो शम्मा, पास बैठे थे वे मेरे
उन्हीं ने डाले थे मेरे, सूने से दिल पे जो डरे
मगर खुदगर्ज़ बनकर वे, वफ़ा भूले बताऊँ क्या
किसी के प्यार………….
{3} आज चारों तरफ़ ही फैले, उसके इश्क़ के चर्चे
सभी ने दे दिए उसको, मोहब्बत के कई दर्जे
मेरी तो उजड़ी और वीरान दुनियाँ है बताऊँ क्या
किसी के प्यार………….
{4} बेवफा को वफायें कब, मिला करती हैं दुनियाँ में
बेवफा इश्क़, बेवफाई दे गया, उसको पल छिन में
अनाथों की तरह वो मुझसे, लिपट रोए बताऊँ क्या
किसी के प्यार…………
Arise DGRJ { Khaimsingh Saini }
M.A, B.Ed from University of Rajasthan
Mob. 9266034599