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Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
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23 Feb 2019 · 1 min read
【18】 बचपन
बचपन था रोमांस भरा, अब चिंताएं खाती रहती
बचपन ही था प्यार का सागर, अब तन्हाई सी रहती
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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· 579 Views
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