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Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
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23 Feb 2019 · 1 min read
【17】चाँदनी
रात के अंधियारे में देखो, चाँदनी मुस्का रही
जो भी गुजरा चाँदनी से, चाँदनी अति भा रही
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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