Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2021 · 1 min read

【तू सर्वदा, सत्य के साथ, मुक्त है】

मरा हुआ हूँ मैं
जन्म लेते ही,
मर चुका हूँ मैं,
जीवन ढूँढ रहा हूँ,
जो मुझे,
जिलाए हुए हैं,
वही तो सत्य है,
जो जीवन है,
शोध ही लूँगा,
उसका प्रभाव,
उसकी आशा,
उसके कर्म,
जो उसने,
मुझे असीम,
अनुकम्पा से,
समर्पित किए,
तो मैं तो,
मरा हुआ जीवित हूँ,
मुक्त हूँ,
हाँ, मैं मुक्त हूँ,
मैं मर चुका हूँ,
एक लम्बी अवधि पहले,
जीवित हूँ इसी,
आशा से,
कि वह मुझे चाहता है,
बताना कि,
मैं हूँ वह,
जीवन जो,
तुझे दिया,
तेरे आदर्श,
को देखकर,
कुछ गलत न करना,
मेरी आशायें,
न तोड़ना जो,
जो तुझसे हैं बहुत
कर्मयज्ञ करना,
ज्ञानयज्ञ स्वतः,
प्रकट होगा,
स्थितियाँ बनाना,
मुझे स्मरण कर,
अबलम्बन करना,
उस प्रमाण का जो,
कृपा रूप में हूँ तेरे पास,
पता है क्यों,
तुझे मृत्यु देकर,
जीवन दिया है,
ज्ञात है तुझे,
तू सर्वदा,
सत्य के साथ,
मुक्त है।

©अभिषेक पाराशर

Language: Hindi
1 Comment · 536 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ३)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ३)
Kanchan Khanna
कुण्डल / उड़ियाना छंद
कुण्डल / उड़ियाना छंद
Subhash Singhai
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
नूरफातिमा खातून नूरी
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
My Guardian Angel!
My Guardian Angel!
R. H. SRIDEVI
दो शे'र ( चाँद )
दो शे'र ( चाँद )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
ज़िंदादिली
ज़िंदादिली
Dr.S.P. Gautam
याद कब हमारी है
याद कब हमारी है
Shweta Soni
" नयन अभिराम आये हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
सारी दुनिया समझ नहीं सकती ,
सारी दुनिया समझ नहीं सकती ,
Dr fauzia Naseem shad
//सुविचार//
//सुविचार//
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
काग़ज़ो के फूल में ख़ुशबू कहाँ से लाओगे
काग़ज़ो के फूल में ख़ुशबू कहाँ से लाओगे
अंसार एटवी
वक्ता का है तकाजा जरा तुम सुनो।
वक्ता का है तकाजा जरा तुम सुनो।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
Bhupendra Rawat
*स्वर्गीय श्री जय किशन चौरसिया : न थके न हारे*
*स्वर्गीय श्री जय किशन चौरसिया : न थके न हारे*
Ravi Prakash
वो हर खेल को शतरंज की तरह खेलते हैं,
वो हर खेल को शतरंज की तरह खेलते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"चुनाव"
Dr. Kishan tandon kranti
ସକାଳ ଚା'
ସକାଳ ଚା'
Otteri Selvakumar
😊न्यूज़ वर्ल्ड😊
😊न्यूज़ वर्ल्ड😊
*प्रणय प्रभात*
सत्य की खोज, कविता
सत्य की खोज, कविता
Mohan Pandey
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
Dr. Rajeev Jain
बल से दुश्मन को मिटाने
बल से दुश्मन को मिटाने
Anil Mishra Prahari
चांद पर पहुंचे बधाई,ये बताओ तो।
चांद पर पहुंचे बधाई,ये बताओ तो।
सत्य कुमार प्रेमी
Stop chasing people who are fine with losing you.
Stop chasing people who are fine with losing you.
पूर्वार्थ
3907.💐 *पूर्णिका* 💐
3907.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
एक इत्तफाक ही तो था
एक इत्तफाक ही तो था
हिमांशु Kulshrestha
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिद्धतों से ही मिलता है रोशनी का सबब्
शिद्धतों से ही मिलता है रोशनी का सबब्
कवि दीपक बवेजा
आज पुराने ख़त का, संदूक में द़ीद़ार होता है,
आज पुराने ख़त का, संदूक में द़ीद़ार होता है,
SPK Sachin Lodhi
आँसू छलके आँख से,
आँसू छलके आँख से,
sushil sarna
Loading...