✍️हम बगावत हो जायेंगे✍️
✍️हम बगावत हो जायेंगे✍️
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हम जब उनकी आँखों से रुखसत हो जायेंगे
यक़ीनन उनके ख़्वाबो की अमानत हो जायेंगे
मेरे अंदर क़ैद है उसके प्यार के नर्म एहसास
चाहे छुड़ा ले,हम दिल की जमानत हो जायेंगे
धुप में चले थे उनके साये,छाँव में गुम हो गये
अगर रुक जाते है वो हम हिफाज़त हो जायेंगे
तेरे इंतजार में हमने धड़कन को थामे रखा है
रूह में साँस फूंक दो वर्ना आक़िबत हो जायेंगे
एक नाम कमाने के ख़ातिर बदनाम हो गये है
तुम भी पीछा छुड़ालो न हम अदावत हो जायेंगे
‘अशांत’ क्या इतने कमनसीब हो गये है हम
ठुकरा रहे है वो,अब तो हम बगावत हो जायेंगे
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✍️”अशांत”शेखर✍️
18/07/2022
*आक़िबत = अन्त, परिणाम
*अदावत-शत्रु, दुश्मन
*बगावत- विद्रोह