✍️यही तो आखिर सच है…!✍️
✍️यही तो आखिर सच है…!✍️
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जिंदगी की मुश्किलो से
यदि राहते हासिल करनी हो
तो इन चाहतों से दूर होना
ही समझदारी है…
यहाँ ना कुछ अपना था…!
यहाँ ना कुछ अपना है….!
यहाँ ना कुछ अपना रहेगा…!
जिंदगी की तकलीफों को
यदि आसाँ बनाना चाहते हो
तो इन राहतो को मान लेना
ही समझदारी है…
जो मिला वही अपना है…!
जो आँखों में समाये वही सपना है…!
जो पाया आखिर यही छोड़ जाना है…!
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©✍️’अशांत’ शेखर✍️
18/08/2022