✍️यंत्रतंत्र के बदलाव✍️
✍️यंत्रतंत्र के बदलाव✍️
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घर के दीवारों पे घरवालो की अब नजर ठहरती नहीं
हाथो को लगी एक खिलौने की आदत बदलती नहीं
हम पूरी दुनिया जेब में लिए अपने आप में ही खोये है
यंत्रतंत्र से घिरे मानव की छवि अब इँसा से मिलती नहीं
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©✍️’अशांत’ शेखर✍️
09/09/2022