✍️बेवफ़ा मोहब्बत✍️
✍️बेवफ़ा मोहब्बत✍️
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सुबह मेरे मोहब्बत की झूठी कसमे खाई
दोपहर एक ओर रूठी मोहब्बत रंग लाई
शाम को तय हुई मोहब्बत की रस्मे निभाई
रात को बची मासूम मोहब्बत साँसे छोड़ गई
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✍️”अशांत”शेखर✍️
30/06/2022