✍️दम-भर ✍️
✍️दम-भर ✍️
……………………//
एक
ख़्वाईश
के बदले
तेरे लाख
इम्तिहाँ
रहते है..!
चंद
साँसे
दम-भर
जीने के लिये,
जिंदगी तूने
उम्र भी तो
घटा दी है…!
……………………………//
✍️”अशांत”शेखर✍️
26/06/2022
✍️दम-भर ✍️
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एक
ख़्वाईश
के बदले
तेरे लाख
इम्तिहाँ
रहते है..!
चंद
साँसे
दम-भर
जीने के लिये,
जिंदगी तूने
उम्र भी तो
घटा दी है…!
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✍️”अशांत”शेखर✍️
26/06/2022