⚘छंद-भद्रिका वर्णवृत्त⚘
⚘छंद-भद्रिका वर्णवृत्त⚘
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
राम से प्रार्थना ये है, क्यों दुखिया संसार
है।।
धर्म ध्वजा फहरात है।नर कर्म हीन पाते
है।।१।।
करनी कर्म करत है, धरनी धर्म सुहात है।।
निर्धन को जग श्राप है,धनियों की खुसामात है।।२।
जूनियर झनक
कैलाश अज्ञानी
झाँसी उ•प्र•