Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Apr 2023 · 1 min read

★याद न जाए बीते दिनों की★

★याद न जाए बीते दिनों की★

“तब आँखों के लेंस
दिलो-दिमाग़ के पर्दे पर ऐसी
फ़ोटोग्राफ़ी और वीडियोग्राफी
करते थे कि चित्र और दृश्य
कभी धुँधले नहीं पड़ते थे।
क्या दौर था हमारा..!!”

■प्रणय प्रभात■

1 Like · 557 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

लोग टूट जाते हैं अपनों को मनाने में,
लोग टूट जाते हैं अपनों को मनाने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेबसी
बेबसी
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
हलधर फांसी, चढ़ना कैसे, बंद करें.??
हलधर फांसी, चढ़ना कैसे, बंद करें.??
पंकज परिंदा
वक्त लगता है
वक्त लगता है
Vandna Thakur
2433.पूर्णिका
2433.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
आचार्य अभिनव दुबे
आचार्य अभिनव दुबे
कवि कृष्णा बेदर्दी 💔
देवतागण और उनके सर्जक मनुष्य
देवतागण और उनके सर्जक मनुष्य
Dr MusafiR BaithA
अपनी सूरत
अपनी सूरत
Dr fauzia Naseem shad
दादी माँ - कहानी
दादी माँ - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
टॉम एंड जेरी
टॉम एंड जेरी
Vedha Singh
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना
Ranjeet kumar patre
दिल की बात जबां पर लाऊँ कैसे?
दिल की बात जबां पर लाऊँ कैसे?
Kirtika Namdev
शरद पूर्णिमा की देती हूंँ बधाई, हर घर में खुशियांँ चांँदनी स
शरद पूर्णिमा की देती हूंँ बधाई, हर घर में खुशियांँ चांँदनी स
Neerja Sharma
#Motivational quote
#Motivational quote
Jitendra kumar
🙅भूलना मत🙅
🙅भूलना मत🙅
*प्रणय*
उम्मीद
उम्मीद
ललकार भारद्वाज
आज़ाद हूं मैं
आज़ाद हूं मैं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सखी ये है कैसा सावन।
सखी ये है कैसा सावन।
श्रीकृष्ण शुक्ल
चंद्रयान-थ्री
चंद्रयान-थ्री
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
गीत
गीत "आती है अब उनको बदबू, माॅ बाबा के कमरे से"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
"चांदनी के प्रेम में"
Dr. Kishan tandon kranti
प्राण प्रतिष्ठा
प्राण प्रतिष्ठा
Laxmi Narayan Gupta
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अतीत का अफसोस क्या करना।
अतीत का अफसोस क्या करना।
P S Dhami
हिन्दी पर हाइकू .....
हिन्दी पर हाइकू .....
sushil sarna
... सच्चे मीत
... सच्चे मीत
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*टहलें थोड़ा पार्क में, खुली हवा के संग (कुंडलिया)*
*टहलें थोड़ा पार्क में, खुली हवा के संग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दुनियां का सबसे मुश्किल काम है,
दुनियां का सबसे मुश्किल काम है,
Manoj Mahato
भस्म
भस्म
D.N. Jha
Loading...